तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रेनैनों की चाल है, मख़मली हाल है
नीची पलकों से बदले समाँ
नैना शरमाएँ जो, या के भर आएँ जो
थम के रुक जाएँ दोनो जहाँरब की नेमत हैं तेरी निगाहें
जिसमें बसती हैं उसकी दुआएँ
ऐसे नैनों की बातों में कोई क्यों ना आए?हो, तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
हो, ऐसे नैनों की बातों में कोई क्यों ना आए?
हो, तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रे
तेरे नैना, तेरे नैना, तेरे नैना रेआहट ख़ाबों की, चाहत धड़कन की
उनके कदमों के हैं ये निशाँ
चाहे कुछ ना बोलूँ, चाहे राज़ ना खोलूँ
ये समझते हैं मेरी ज़ुबाँमुझ पे बरसी जो तेरी निगाहें
मेरी साँसों ने बदली अदाएँ
हो, ऐसे नैनों की बातों में कोई क्यों ना आए?हो, तेरे नैना,…
thanks for reading